tag:blogger.com,1999:blog-6157474857910209241.post5582856333056523246..comments2024-03-12T12:39:37.660+05:30Comments on अंतर्नाद की थाप : अपने ही देश में बेगाने लगे है।कौशल लालhttp://www.blogger.com/profile/04966246244750355871noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6157474857910209241.post-17344601087749135562012-10-23T20:48:20.973+05:302012-10-23T20:48:20.973+05:30दिल को छू लेने वाली बात कही है आपने ।दिल को छू लेने वाली बात कही है आपने ।संजीव कुमारhttps://www.blogger.com/profile/17383636761995117479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6157474857910209241.post-86542685250257123372012-09-11T08:04:50.391+05:302012-09-11T08:04:50.391+05:30पहचान छुपाना इतना आसन नहीं
ग्रहण लगी है लेकिन सूर...पहचान छुपाना इतना आसन नहीं <br />ग्रहण लगी है लेकिन सूरज से अनजान हम नहीं।<br />दुनिया की रवायत तो उगते सूरज को सलाम से है <br />आप शीतल चाँद की धारा हो इससे हम अनजान नहीं।कौशल लालhttps://www.blogger.com/profile/04966246244750355871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6157474857910209241.post-19188988229064730612012-09-08T22:33:44.119+05:302012-09-08T22:33:44.119+05:30मेरे बारे में कोई राय न कायम करना .
एक दिन मेरा व...मेरे बारे में कोई राय न कायम करना .<br /><br />एक दिन मेरा वक़्त बदलेगा .तुम्हारी राय बदलेगी!!!!!<br /><br /> <br /><br />मैं लोगो से मुलाकातों का लम्हा याद रखता हूँ,<br /><br />बाते भूल भी जाऊ पर लहजा याद रखता हूँ!<br /><br />थोडा हटके चलता हूँ जमाने की रिवायत से कि<br /><br />जिनपे मैं बोझ डालु वो कन्धा याद रखता हूँ !<br /><br /> <br /><br />कोई मुझे याद करे न करे वो बात अलग हैं वरना मेरे वजूद संजीव कुमारhttps://www.blogger.com/profile/17383636761995117479noreply@blogger.com